जिंदगी है बहुत थोड़ी सी इसे यूं न बेकार करो
जिंदगी है बहुत थोड़ी सी इसे यूं न बेकार करो
न इंतजार करो हसीन पलो का, न दुःख मे आंखे चार करो
जो मिले साथ किसी अपने का, उसे यूं न इंकार करो
हर दुःख की है सीमा यहाँ, हर मरज का इलाज यहाँ
थम जाओ कुछ पल के लिए, थोडा इंतजार करो
किसने देखा है कल यहाँ, व्यर्थ मे न विचार करो
इन मिट्टी के पुतलो की ख़ातिर, खुद को न बर्बाद करो
शोहरत का होता गुरूर जहाँ, ऐसे अहम से इंकार करो
हस्तियां मिट गयी यहाँ, इतना न अभिमान करो
सिलसिला चला जब मौत का, किसी को यहाँ दोशी न करार करो
शामिल तो तुम भी थे, जरा अपने दिनो को याद करो
प्रकृति से जो खिलवाड़ करो तो, मोत से न इंकार करो
सबका हिसाब है दर्ज यहाँ, बचने का न विचार करो
कुछ पाने की चाह मे, दुनिया न किसी की बेहाल करो
सपने सजाओ इन आँखो मे तो, चश्मा न किसी का इस्तेमाल करो
जिंदगी है बहुत थोड़ी सी इसे यूं न बेकार करो
Written By
Arnika Gupta

Missing you guys.
ReplyDeleteMiss you too
DeleteYe hui na kuch baat
ReplyDeleteThank you dada
DeleteSuperb poem ❤💕
ReplyDeleteThank you so much
Delete���������� mst
ReplyDeleteBhot badiya anny very nice
ReplyDeleteThanks bunny
DeleteWelcome to this crazy world of writterz..!
ReplyDeleteKeep writtin..n hustlin..expand your mind as much
As you can..to make your stuff..dope as fuck..!
Loadz of love..❤
Thanks a lot himanshu
DeleteYo welcome dear anny😊
DeleteI don't remember the last time I read something as good as your poems.
ReplyDeleteVery nice keep writing
Thanks a lot!!!!!
DeleteNice lines ❤️❤️
ReplyDeleteThanks a lot
DeleteTrue...Suits to the present scenario...
ReplyDeleteYes, Thanks sir!!!
DeleteNice
ReplyDelete